1 Part
273 times read
13 Liked
महकती हवाओ में वीणा सी खनक छा गई तेरी चूड़ियां मुझको सरगम धुन समझा गयी। अगरबत्ती सी जिंदगी कभी जले कभी धुआं करे किसकी चिंता हो मुझको जो कुछ होता है ...